आपका बटुआ- दीपावली सिखाती है ये 7 फाइनेंशियल सबक:जो सीख ले, उस पर हमेशा बनी रहती है लक्ष्मी-कुबेर की कृपा

 

दीपावली को सुख-समृद्धि का त्योहार माना गया है। इस दिन लक्ष्मी और कुबेर की पूजा की जाती है। हम सभी चाहते हैं कि इस दिन हमारे घर मां लक्ष्मी और कुबेर देव पधारें, जिससे हमें सुख-संपत्ति और वैभव की प्राप्ति हो।

इसलिए इस दिन के लिए हम महीनों पहले से ही अपने घर की सफाई और रंगाई शुरू कर देते हैं। पूरे घर को रोशनी से सजाते हैं। इस त्योहार से हमें कई तरह की सीख मिलती है, जिसे अपनाकर हम लक्ष्मी और कुबेर की कृपा अपने ऊपर हमेशा बनाए रख सकते हैं। आइए जानते हैं, फाइनेंस से जुड़े कुछ ऐसे ही सबक, जो हमें दीपावली से सीखने चाहिए।

पोर्टफोलियो में लगी गंदगी की सफाई करना है जरूरी

जैसे दीपावली से पहले घर की सफाई की जाती है, वैसे ही हमें अपने फाइनेंशियल पोर्टफोलियो में लगे दाग-धब्बे और जाले की सफाई भी करनी चाहिए। जैसे नॉन-परफॉर्मिंग स्टॉक और म्यूच्यूअल फंड को बेचकर उन पैसों को दूसरी ऐसी जगह इन्वेस्ट करना, जहां वह बेहतर रिटर्न दे। नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स को रीलोकेट करना।

दीपावली बोनस आने के बाद हम अपने फाइनेंशियल इम्बैलेंस को भी बैलेंस कर सकते हैं। हम अपना छोटा-मोटा लोन अकाउंट क्लोज करा सकते हैं। अगर आपके ऊपर किसी दोस्त-रिश्तेदार के पैसे उधार हैं तो दीपावली से पहले सभी का उधार चुका सकते हैं, जिससे आपके पर्सनल फाइनेंस के साथ आपका सोशल रिलेशनशिप भी बेहतर होगा।

ज्ञान का दीपक जलाएं

दीपावली के दिन दीये जलाए जाते हैं ताकि उसकी रोशनी से पूरा घर रोशन हो सके। जैसे एक छोटा सा मिट्टी का दीया पूरे कमरे को जगमगा देता है, उसी तरह हमारे भीतर भी अगर ज्ञान का एक छोटा-सा दीपक जलाया जाए तो उससे हमारी पूरी जिंदगी रोशन हो सकती है। हमें कोशिश करनी चाहिए कि हमारे भीतर ज्ञान के इस दीये की लौ कभी कम न हो।

ध्यान रहे, जिस पल लगने लगता है कि हमें सब कुछ पता है, ठीक उसी पल से अज्ञानता की शुरुआत होती है।

समय तेजी से बदल रहा है। फाइनेंस की दुनिया भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। ऐसे में हमें अपना आर्थिक ज्ञान तो बढ़ाना ही है, साथ में मार्केट से अप-टू-डेट भी रहना है। हमें पैसे कमाने के साथ ही उसका सही इस्तेमाल करना भी सीखना चाहिए। पैसे को सही तरीके से इंवेस्ट करना, आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। इसके लिए हमें अपनी फाइनेंशियल नॉलेज को सतत बढ़ाते रहना चाहिए।

अपनी फाइनेंशियल नॉलेज बढ़ाने के लिए आप फाइनेंस पर लिखी गई कुछ अच्छी किताबें पढ़ सकते हैं, जैसे रॉबर्ट कियोसाकी की किताब रिच डैड-पुअर डैड, मॉर्गन हाउजल की किताब साइकोलॉजी ऑफ मनी, नेपोलियन हिल की किताब थिंक एंड ग्रो रिच। इसके साथ ही आप ‘आपके बटुए’ कॉलम के आर्टिकल्स भी पढ़ सकते हैं।

अपने और अपने परिवार को रखें सुरक्षित

दीपावली में हम उत्साह के साथ सुरक्षा का भी खूब ख्याल रखते हैं। जैसे सूती कपड़े पहनना, पटाखे जलाते समय बच्चों का ध्यान रखना इत्यादि। इसी तरह हमें इस सुरक्षा का ख्याल जीवन भर रखना चाहिए। अपनी पूरी फैमिली के लिए एक हेल्थ इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए। हेल्थ सर्विसेज लगातार महंगी होती जा रही हैं। एक छोटी सी बीमारी के इलाज में ही हमारी सालों की सेविंग स्वाहा हो सकती है। ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस मेडिकल इमरजेंसी के वक्त हमारे स्वास्थ के साथ ही बटुए के लिए भी सुरक्षा कवच का काम करता है।

धनतेरस से सीखिए वेल्थ क्रिएशन

धनतेरस से हम पैसे का सही रूप में इस्तेमाल करना सीख सकते हैं। इस दिन आप अपने पैसे को उन चीजों पर इन्वेस्ट कर सकते हैं, जिससे आपके घर की लक्ष्मी बढ़े।

जैसे आप सोना-चांदी खरीद सकते हैं, नया घर या जमीन खरीद सकते हैं, नया काम शुरू कर सकते हैं, अपने व्यापार की वृद्धि के लिए नए उपकरण खरीद सकते हैं। ऐसे में हमें ध्यान रखना हैं कि पैसे वहीं खर्च करने हैं, जहां खर्च करने से हमारी लागत की वैल्यू बढ़े।

हर रंग की रोशनी से जगमगाए पोर्टफोलियो

जैसे जीवन में अनेकों रंग हैं, प्रकृति में अनगिनत रंग हैं, दीपावली के ढेरों रंग हैं, वैसे ही आपके फायनेंशियल पोर्टफोलियो की चमक और रोशनी इस बात पर निर्भर करती है कि उसमें कितने ढेर सारे रंग हैं।

कहने का आशय है ये है कि आपने अपने पैसे, अपनी सेविंग को कितने अलग-अलग रूपों में और जगहों पर इंवेस्ट किया है। एक पुरानी अंग्रेजी कहावत है- “अपने सारे अंडे एक ही बॉक्स में नहीं रखने चाहिए।” यह कुछ उसी तरह की बात है।

सेविंग से लेकर इंन्वेस्टमेंट तक में विविधता होनी चाहिए। फिक्स डिपॉजिट, स्टॉक मार्केट, म्यूचुअल फंड। उसमें भी सारे पैसे एक ही स्टॉक या म्यूचुअल फंड में नहीं लगाने चाहिए। सारी सेविंग एक ही बैंक में सेव नहीं रखनी चाहिए। कुल मिलाकर अपने सारे अंडे एक ही बॉक्स में नहीं रखने चाहिए। एक बॉक्स टूट जाए तो भी आपके बाकी अंडे सुरक्षित रहें।

इमरजेंसी के लिए रहें हमेशा तैयार

जैसे हम दीपावली के दिन किसी भी इमरजेंसी के लिए तैयार रहते हैं, उसी तरह हमें अपने जीवन में भी आने वाली इमरजेंसी के लिए पहले से तैयारी करके रखनी चाहिए। अपने बचाव और सुरक्षा की व्यवस्था चाक-चौबंद रखनी चाहिए। जैसेकि टर्म इंश्योरेंस लेना या इमरजेंसी फंड सेव करके रखना। इससे आप और आपका परिवार किसी भी तरह की इमरजेंसी के लिए तैयार रहेंगे।